चंडीगढ़ में रविवार, 9 फरवरी को कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई, जिसके चलते पुलिस ने लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन का इस्तेमाल कर कांग्रेस नेताओं को रोकने की कोशिश की।
प्रदर्शन के दौरान झड़प और हिरासत
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सेक्टर 33 स्थित भाजपा मुख्यालय ‘कमलम्’ की ओर बढ़ने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोकते हुए बल प्रयोग किया। झड़प के दौरान यूथ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक लुभाना और उपाध्यक्ष सचिन गालव को पुलिस ने हिरासत में लेकर सेक्टर 36 थाने में भेज दिया। इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने सड़क पर बैठकर विरोध प्रदर्शन जारी रखा।
प्रदर्शन के तीन प्रमुख मुद्दे
कांग्रेस नेताओं ने तीन प्रमुख मुद्दों को लेकर यह प्रदर्शन किया:
- बढ़ती महंगाई – कांग्रेस का आरोप है कि महंगाई लगातार बढ़ रही है और आम जनता पर बोझ बढ़ रहा है।
- मालिकाना हक का मुद्दा – चंडीगढ़ में मालिकाना हक को लेकर कांग्रेस सरकार की नीति पर सवाल उठा रही है।
- विदेश से हथकड़ी में लाए गए भारतीयों का मुद्दा – कांग्रेस ने उन भारतीय नागरिकों के डिपोर्ट किए जाने पर आपत्ति जताई, जिन्हें विदेश से लाकर कानूनी कार्रवाई की गई।
इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के प्रमुख नेता एचएस लक्की, गुरप्रीत गाबी, जसबीर सिंह बंटी और तरुणा मेहता शामिल रहे।
भाजपा का पलटवार
भाजपा नेताओं ने कांग्रेस के इस प्रदर्शन को राजनीतिक स्टंट करार देते हुए कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में हार के बाद कांग्रेस सिर्फ गुस्सा निकाल रही है। उनका कहना है कि कांग्रेस महंगाई को मुद्दा बनाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।