न्यूज़ फ्लिक्स भारत। पहले से ही महंगाई की मार झेल रही देश की जनता को अब एक और झटका लगने वाला है. जीएसटी दर युक्तिकरण पर मंत्रियों के समूह ने कोल्ड ड्रिंक,सिगरेट और तंबाकू जैसे हानिकारक प्रोडेक्टस पर मौजूदा टैक्स को बढ़ाकर 35 प्रतिशत करने का प्रस्ताव दिया है.
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की अगुवाई में जीओएम ने प्रस्तावित दर समायोजन को अंतिम रूप देने के लिए सोमवार को बैठक हुई है. हानिकारण प्रोड्क्टस के लिए वृद्धि के साथ-साथ परिधान और अन्य वस्तुओं के लिए जीएसटी संरचना में बदलाव पर भी चर्चा हुई. मंत्री समूह की रिपोर्ट 21 दिसंबर, 2024 को जीएसटी परिषद को प्रस्तुत की जाएगी. केंद्रीय वित्त मंत्री की अध्यक्षता वाली परिषद और राज्य वित्त मंत्री प्रस्तावित परिवर्तनों पर अंतिम निर्णय लेंगे.
एक अधिकारी ने कहा कि मंत्री समूह ने तंबाकू और संबंधित उत्पादों और कोल्ड ड्रिंक पर 35 फीसदी की विशेष दर प्रस्तावित करने पर सहमति जताई है. 5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत की मौजूदा चार-स्तरीय कर संरचना बनी रहेगी. इसमें नई 35 फीसदी दर शामिल होगी. मौजूदा जीएसटी संरचना जीएसटी प्रणाली के तहत, आवश्यक वस्तुओं को या तो छूट दी जाती है या सबसे कम स्लैब पर कर लगाया जाता है, जबकि विलासिता और अवगुण वस्तुओं पर उच्च दरों पर कर लगाया जाता है.
अक्टूबर में अपनी पिछली बैठक में जीओएम ने दरों से संबंधित कई अन्य सुझाव दिए:
पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर (20 लीटर और उससे अधिक): जीएसटी को 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किया जाए.
10,000 रुपये से कम कीमत वाली साइकिल: जीएसटी को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किया जाए.
अभ्यास नोटबुक: जीएसटी को 12 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी किया जाए.
15,000 रुपये प्रति जोड़ी से अधिक कीमत वाले जूते: जीएसटी को 18 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत किया जाए.
25,000 रुपये से अधिक मूल्य की कलाई घड़ियां: जीएसटी 18 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत किया गया.
