चंडीगढ़ में आज संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) द्वारा एक बड़े किसान जुटान का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें करीब दस हजार किसानों के पहुँचने की उम्मीद है। सेक्टर-43 स्थित दशहरा ग्राउंड को रैली स्थल के रूप में चुना गया है, जहाँ दोपहर 12 बजे से शुरू होकर कार्यक्रम शाम 3 बजे तक चलेगा। इस रैली की विशेषता यह है कि प्रशासन ने पहली बार किसी किसान रैली को बिना किसी पूर्व शर्त के मंजूरी दी है। हालांकि समय सीमा निर्धारित की गई है, लेकिन अनुमति प्रक्रिया को लेकर इस बार किसान संगठनों में सकारात्मक माहौल देखा जा रहा है।
रैली की तैयारियों में किसान नेता और स्वयंसेवक पूरी रात जुटे रहे। खुले मंच से लेकर बैठने की व्यवस्था तक, सभी इंतजामों को अंतिम रूप दिया गया है। पंजाब के अलग-अलग जिलों से किसानों को आह्वान भेजा गया है ताकि अधिक संख्या में लोग इस जुटान में शामिल हो सकें। पंजाब के लगभग 30 किसान संगठन इस आयोजन का हिस्सा बनने जा रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि यह कार्यक्रम दिल्ली किसान आंदोलन की पाँचवीं वर्षगांठ को समर्पित है और उसी संघर्ष की निरंतरता में किसानों की लंबित मांगों को फिर से केंद्र सरकार तक पहुंचाने का प्रयास है।
रैली स्थल मोहाली से सटा होने के कारण किसानों की आवाजाही मुख्य रूप से बाहरी क्षेत्रों तक सीमित रहेगी, ताकि शहर के भीतर व्यवधान न हो। प्रशासन ने भी सुरक्षा और व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए व्यापक तैयारियाँ की हैं। रैली के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए तीन हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा ट्रैफिक को अस्थायी रूप से डायवर्ट किया गया है ताकि रैली स्थल तक पहुंचने में कोई परेशानी न हो। सुरक्षा निगरानी के लिए सीसीटीवी और विशेष टीमों की तैनाती भी की गई है। किसान नेताओं का कहना है कि पाँच साल बीत जाने के बाद भी उनकी कई प्रमुख मांगें अब तक पूरी नहीं हुईं। ऐसे में यह रैली सरकार को पुनः अपनी आवाज सुनाने का एक संगठित प्रयास है।


