वडोदरा में सी-295 का कारखाना नए भारत की नई कार्य संस्कृति को दर्शाता है : प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने स्पेन के राष्ट्रपति के साथ एयरबस-टाटा साझेदारी का उद्घाटन किया | इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरे मित्र पेड्रो सांचेज की यह पहली भारत यात्रा है, और आज से हम भारत और स्पेन की साझेदारी को नई दिशा दे रहे हैं। उन्होंने सी-295 विमान के निर्माण के लिए फैक्ट्री का उद्घाटन किया, जो न केवल भारत और स्पेन के संबंधों को मजबूत करेगी, बल्कि ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के मिशन को भी बढ़ावा देगी। प्रधानमंत्री ने इस परियोजना में टाटा और एयरबस की टीमों को बधाई दी।

मोदी ने टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी, जिनका हाल ही में 86 वर्ष की आयु में निधन हुआ था। उन्होंने कहा, “यह परियोजना 2012 में रतन टाटा द्वारा कल्पना की गई थी। अगर वे आज हमारे बीच होते, तो उन्हें बहुत खुशी होती।” उन्होंने यह भी बताया कि यह कारखाना नए भारत की कार्य संस्कृति को दर्शाता है और इस प्रोजेक्ट का काम अक्टूबर में शुरू हुआ था।

प्रधानमंत्री ने प्लानिंग और एग्जीक्यूशन में तेजी पर जोर देते हुए कहा कि इस फैक्ट्री को रिकॉर्ड समय में उत्पादन के लिए तैयार किया गया है, और यहां बने विमान अन्य देशों को भी भेजे जाएंगे। उन्होंने भारत में रक्षा विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र की नई ऊंचाइयों के बारे में बात की और बताया कि पिछले 10 सालों में भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट 30 गुना बढ़ा है।

उन्होंने बताया कि पिछले 5-6 वर्षों में भारत में 1000 नए डिफेंस स्टार्टअप्स शुरू हुए हैं और आज हम 100 से अधिक देशों को रक्षा उपकरणों का निर्यात कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एयरबस और टाटा की इस फैक्ट्री से हजारों रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।

मोदी ने कहा कि वे इस कार्यक्रम को परिवहन विमान के निर्माण से कहीं आगे तक देख रहे हैं। पिछले दशक में भारत के विमानन क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि और परिवर्तन हुआ है, और विभिन्न भारतीय एयरलाइनों ने 1200 नए विमानों के लिए ऑर्डर दिए हैं।

प्रधानमंत्री ने योग और फुटबॉल जैसे सांस्कृतिक जुड़ावों का भी जिक्र किया और खुशी जताई कि भारत और स्पेन ने 2026 को ‘भारत-स्पेन संस्कृति, पर्यटन और एआई के वर्ष’ के रूप में मनाने का फैसला किया है। स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज ने कहा कि एयरबस और टाटा के बीच साझेदारी भारतीय एयरोस्पेस उद्योग की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और अन्य यूरोपीय कंपनियों के लिए नए दरवाजे खोलेगी। उन्होंने मोदी की दूरदर्शिता की सराहना की, जो भारत को औद्योगिक महाशक्ति बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

error: Content is protected !!