अहमदाबाद प्लेन क्रैश में मारे गए ब्रिटिश नागरिकों के परिवारों ने गलत गलत शव मिलने का दावा किया है. उनका कहना है कि जो शव उन्हें दिए गए, उनकी डीएनए रिपोर्ट परिवार से मेल नहीं खा रही है. दोनों ब्रिटिश परिवारों का पक्ष रखने वाले वकील जेम्स हेली का कहना है कि 12 जून को हुए प्लेन क्रैश के बाद 12 शवों को ब्रिटेन भेजा गया था. हालांकि दो परिवारों को मिले शवों का डीएनए अलग है.
डेलीमेल ने हीली-प्रैट के हवाले से कहा कि मैं पिछले महीने से इन प्यारे ब्रिटिश परिवारों के घरों में बैठी हूं और पहली चीज जो वे चाहते हैं, वह है उनके प्रियजन वापस आना. लेकिन उनमें से कुछ को गलत अवशेष मिले हैं, और वे इस बात से साफ़ तौर पर परेशान हैं. यह पिछले कुछ हफ़्तों से चल रहा है, और मुझे लगता है कि इन परिवारों को स्पष्टीकरण मिलना चाहिए. हीली-प्रैट ने कहा कि जिस परिवार को गलत शव मिला था, उसे अनिश्चितता में छोड़ दिया गया था उन्होंने कहा कि वे एयर इंडिया और उसके आपातकालीन प्रतिक्रिया ठेकेदार, केन्यन्स इंटरनेशनल इमरजेंसी सर्विसेज से औपचारिक प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा कर रहे हैं.
12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जाने वाला एअर इंडिया का विमान AI171 कुछ सेकेंड बाद ही क्रैश हो गया था. विमान हादसा इतना भयानक था कि 1 यात्री को छोड़कर प्लेन में मौजूद सभी लोग जिंदा जल गए. उनके शवों को पहचान पाना भी मुश्किल हो गया था. ऐसे में ज्यादातर शवों की शिनाख्त डीएनए सैंपल की मदद से की गई और डीएनए मैच होने के बाद शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए.
