केरल में शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तिरुवनंतपुरम कॉर्पोरेशन पर कब्जा कर एक ऐतिहासिक जीत हासिल की, जिससे राज्य की राजधानी में 45 साल से चल रहे लेफ्ट शासन का अंत हो गया। इस सफलता में बीजेपी की उम्मीदवार और केरल की पहली महिला आईपीएस अधिकारी, आर. श्रीलेखा, ने अहम भूमिका निभाई।
2020 में पुलिस महानिदेशक से रिटायर हुईं श्रीलेखा ने सस्थमंगलम वार्ड से भारी अंतर से जीत हासिल की। उनकी इस जीत से राजनीतिक अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या वे मेयर पद के लिए बीजेपी की पसंद होंगी। जीत के बाद श्रीलेखा ने कहा कि यह निर्णय पूरी तरह पार्टी नेतृत्व पर निर्भर करेगा।
वोटों की गिनती के बाद बीजेपी ने 101 सदस्यीय निगम में 50 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी का दर्जा पाया, जबकि लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट ने 29 और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने 19 सीटें जीती। यह परिणाम तिरुवनंतपुरम में निर्णायक राजनीतिक बदलाव का संकेत है।
आर. श्रीलेखा ने 1987 में आईपीएस अधिकारी के रूप में केरल में पहली महिला का दर्जा पाया और 30 वर्षों तक सीबीआई, क्राइम ब्रांच और विजिलेंस सहित कई प्रमुख विभागों में काम किया। उनके भ्रष्टाचार विरोधी और निडर रुख के कारण उन्हें ‘रेड श्रीलेखा’ कहा जाता है। रिटायरमेंट के बाद भी वह सक्रिय रहीं और अक्टूबर 2024 में बीजेपी में शामिल हुईं। अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि क्या वे निगम की पहली महिला मेयर बनेंगी।


