भाजपा के मुख्य प्रवक्ता और श्री नैना देवी के विधायक रणधीर शर्मा ने पत्रकार वार्ता करते हुए हिमाचल प्रदेश सरकार की जनविरोधी निर्णय पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार ने प्रदेश में 518 स्कूलों को बंद कर दिया है। सरकार ने इन संस्थानों को मर्ज करने के नाम पर बंद किया है, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा धक्का लगा है।
रणधीर शर्मा ने बताया कि जिला बिलासपुर में कुल 28 स्कूलों को बंद किया गया है, जिसमें 27 प्राइमरी स्कूल और एक मिडिल स्कूल शामिल हैं। उन्होंने कहा यह हैरानी की बात है कि कांग्रेस के कार्यकाल में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा था कि हिमाचल प्रदेश में जहां एक भी बच्चा होगा, वहां स्कूल खोला जाएगा। लेकिन वर्तमान में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस नीति के बिल्कुल विपरीत काम किया है।
उन्होंने बताया कि नैना देवी विधानसभा क्षेत्र में 6 प्राइमरी और एक मिडिल स्कूल को बंद कर दिया गया है। शर्मा ने कहा कि सरकार ने इन प्राइमरी स्कूलों को बंद करने के एवज में उन्हें मर्ज करने का नाम दिया है, लेकिन असल में ये स्कूल बंद ही हो गए हैं।
रणधीर शर्मा ने सरकार पर जनता विरोधी फैसले लेने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा इस मुद्दे को 27 अगस्त से शुरू हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र में उठाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जरूरत पड़ी, तो भाजपा वॉकआउट करने से भी पीछे नहीं हटेगी।