कांग्रेस के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर बीते दिन उनके घर पर कुछ युवकों ने गोलियां चलाई थीं. इसको लेकर अब बिलासपुर से भाजपा के विधायक त्रिलोक जमवाल पर आरोप लग रहे हैं. बंबर ठाकुर ने चिट्टा तस्करों के खिलाफ आवाज उठाने पर उन पर हमले होने की बात कही है. साथ ही भाजपा के विधायक त्रिलोक जमवाल पर चिट्टा तस्करों को संरक्षण देने के आरोप लगाए हैं. आइए जानते हैं इस मामले पर क्या कह रहें हैं पूर्व विधायक बंबर ठाकुर.
बम्बर ठाकुर ने कहा कि उन्होंने चिट्टा तस्करों के खिलाफ एक अभियान चलाया है। विधानसभा चुनाव से 2 दिन पहले चिट्टा तस्करों ने उनके बेटे पर भी हमला किया था. 23 फरवरी 2024 को फिर से हरियाणा के शूटर और चिट्टा तस्करों ने उन पर हमला किया. जबकि उनके साथ कोई निजी दुश्मनी नहीं है. केवल चिट्टे के खिलाफ जो अभियान चलाया है, उसके चलते ही उन पर हमले किए जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि बिलासपुर में चिट्टे का कारोबार बंद करवा दिया था और पिछले चुनाव में चिट्टा तस्करों ने खुलेआम जमवाल का साथ दिया. बिलासपुर में त्रिलोक जमाल ने इन लोगों के पक्ष में रैली तक निकाल चुके है और उन्हें सुरक्षा देने की मांग तक कर चुके हैं. यही नहीं त्रिलोक जमवाल ने विधानसभा में यह प्रश्न भी उठाया की बम्बर ठाकुर को सुरक्षा क्यों दी गई है.
उन्होंने कहा कि वे उन्हें अपने रास्ते से हटाना चाहते हैं. यदि त्रिलोक जमाल इन चिट्टा तस्करों को समर्थन न दे तो ऐसी घटना करने की किसी की हिमंत नही होगी. आज कांग्रेस की सरकार है तो उनके घर पर आकर हमले किए गए यदि भाजपा की सरकार आएगी तो उसे जान से भी मार सकते हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखों को भी गंभीर होने की जरूरत है.
बता दें कि शुक्रवार को बम्बर ठाकुर जब अपने घर पर अपने समर्थकों के साथ होली का त्योहार मना रहे थे तो उस समय चार युवक वहां पहुचे ओर पिस्टल निकाल कर गोलियॉ बरसानी शुरू की. इस हादसे में बम्बर ठाकुर को एक गोली लगी है जबकि पीएसओ को दो गोलियं लगी हैं. बम्बर ठाकुर को इलाज के लिए आईजीएमसी लाया गया है. जबकि पीएसओ बिलासपुर एम्स में भर्ती है दोनों ही खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं.
