बिहार विधानसभा चुनाव से पहले असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने बड़ा दांव खेला है. पार्टी ने ऐलान किया है कि वह इस बार राज्य की लगभग 100 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. यह संख्या 2020 के मुकाबले पांच गुना अधिक है. AIMIM प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने शनिवार को कहा कि पार्टी बिहार में तीसरा मोर्चा पेश करने की तैयारी में है, जिससे राजग और महागठबंधन दोनों को उनकी मौजूदगी का एहसास होगा.
ईमान ने बताया कि पार्टी ने पहले राजद से गठबंधन की इच्छा जताई थी, लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। अब AIMIM अपने बलबूते चुनाव लड़ेगी और समान विचारधारा वाली अन्य पार्टियों के साथ तीसरे विकल्प की बातचीत जारी है. 2020 के चुनाव में पार्टी ने पांच सीटें जीती थीं, हालांकि बाद में चार विधायक राजद में शामिल हो गए और अब अख्तरुल ईमान अकेले विधायक बचे हैं.
AIMIM का मुख्य फोकस सीमांचल के जिलों किशनगंज, कटिहार, अररिया और पूर्णिया पर है, जहां मुस्लिम आबादी अधिक है. ओवैसी का कहना है कि पारंपरिक दलों ने मुसलमानों के मुद्दों को नजरअंदाज किया है. उन्होंने दावा किया कि अब मुस्लिम मतदाता एक नया विकल्प चाहते हैं.
हालांकि विपक्षी दल AIMIM पर भाजपा की ‘बी-टीम’ होने का आरोप लगाते हैं और कहते हैं कि पार्टी धर्मनिरपेक्ष वोटों को बांटने का काम करती है. लेकिन AIMIM इस बार खुद को मजबूत और निर्णायक ताकत के रूप में पेश करने में जुटी है. चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी.


