पाकिस्तान सेना प्रमुख असीम मुनीर ने एक बार फिर भारत विरोधी बयान दिया है। ब्रसेल्स में दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने भारत और अफगानिस्तान पर पाकिस्तान को अस्थिर करने का आरोप लगाया। साथ ही खुद को “ईश्वर प्रदत्त पाकिस्तान का रक्षक” बताते हुए राष्ट्रपति या नेता बनने की अटकलों को नकार दिया।
मुनीर ने कहा कि उनका सपना सत्ता नहीं बल्कि “शहादत” है। उन्होंने भारत को चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान को अस्थिर करने की कोशिश हुई तो सेना जवाबी हमला करेगी। इसके अलावा उन्होंने चीन को पाकिस्तान का पुराना और स्थायी मित्र बताते हुए स्पष्ट किया कि इस दोस्ती का त्याग नहीं होगा। आर्थिक मोर्चे पर मुनीर ने रे़को डिक (Reko Diq) खनन परियोजना से सालाना 2 अरब डॉलर की कमाई का दावा भी किया।
मुनीर ने अपने साक्षात्कार में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सेना से माफी मांगने की सलाह दी और खुद को “ईश्वर” तथा इमरान को “शैतान” की तरह प्रस्तुत किया। इससे साफ झलकता है कि पाकिस्तान की राजनीति अब भी सेना-प्रधान और धार्मिक प्रतीकवाद पर आधारित है।
दूसरी ओर, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा है कि भारत-पाक संघर्षविराम कभी भी टूट सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका रोज़ाना दोनों देशों की गतिविधियों पर नज़र रखता है, क्योंकि युद्धविराम को बनाए रखना बेहद मुश्किल है।
रूबियो ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाक तनाव को रोकने में अहम भूमिका निभाई थी और उनका प्रशासन दुनिया भर में शांति बनाए रखने को प्राथमिकता देता है।
स्पष्ट है कि पाकिस्तान की राजनीति और सुरक्षा नीति अब भी सेना के इर्द-गिर्द घूम रही है, जबकि भारत के लिए चुनौती है कि वह संयम रखते हुए हर उकसावे का ठोस जवाब तैयार रखे।