हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024: मुख्यमंत्री पद की दौड़ में अनिल विज का बड़ा बयान, चुनावी सियासत गरमाई

हरियाणा विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की जीत की तैयारी जोरों पर है, लेकिन पार्टी के भीतर से ही उठी एक आवाज ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी का ऐलान कर दिया है, जिससे चुनावी सियासत गरमा गई है।

अनिल विज का दावा
अनिल विज, जो अंबाला छावनी (कैंट) से चुनावी मैदान में हैं, ने कहा कि अगर बीजेपी आगामी चुनाव में जीत हासिल करती है, तो वह मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी पेश करेंगे। उन्होंने कहा, “मैं हरियाणा का सबसे वरिष्ठ विधायक हूं, छह बार चुनकर आया हूं और अब सातवीं बार चुनाव लड़ने जा रहा हूं। मैंने आज तक पार्टी से कुछ नहीं मांगा, लेकिन इस बार अंबाला छावनी और हरियाणा की जनता का मुझ पर दबाव है।”

अनिल विज की वरिष्ठता और उनका राजनीतिक करियर
71 वर्षीय अनिल विज ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से की थी। 1990 में जब सुषमा स्वराज राज्यसभा के लिए चुनी गईं, तब अंबाला छावनी की विधानसभा सीट खाली हुई और विज ने उपचुनाव जीतकर राजनीति में कदम रखा। हालांकि, 2005 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लेकिन 2009 में फिर से चुनाव जीतकर विधानसभा में लौटे। 2014 में पहली बार उन्हें हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया और गृह विभाग, स्वास्थ्य सेवा, खेल एवं युवा मामले जैसे अहम विभागों की जिम्मेदारी दी गई।

मुख्यमंत्री पद की दावेदारी
अनिल विज ने अपने दावे को मजबूती देते हुए कहा, “इस बार मैं अपनी वरिष्ठता के आधार पर मुख्यमंत्री पद का दावा करूंगा। यह पार्टी पर निर्भर करेगा कि वे मुझे मुख्यमंत्री बनाते हैं या नहीं, लेकिन अगर मुझे मुख्यमंत्री बनाया गया, तो मैं हरियाणा की तस्वीर और तकदीर बदल दूंगा।”

अंबाला छावनी में कड़ी टक्कर
विज अंबाला छावनी से सातवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस के परीमल परी से है। इसके अलावा, जेजेपी ने अवतार करधान, इनेलो ने करतार सिंह, और आम आदमी पार्टी ने राज कौर गिल को उम्मीदवार बनाया है।

पिछला नेतृत्व परिवर्तन और विज का असंतोष
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में नेतृत्व परिवर्तन हुआ था, जब मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया गया। इस फैसले से विज को कैबिनेट से बाहर कर दिया गया, जिससे वे असंतुष्ट हुए। उस समय वे गृह मंत्री के पद पर कार्यरत थे।

अब देखना होगा कि अनिल विज की यह दावेदारी हरियाणा की राजनीति में क्या मोड़ लाती है और क्या बीजेपी उन्हें मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में स्वीकार करती है।

error: Content is protected !!