पश्चिम बंगाल में भारी बारिश और उत्तर बंगाल में आए भूस्खलन ने न केवल जनजीवन को प्रभावित किया, बल्कि राजनीतिक हलचल भी तेज़ कर दी है. इसी कड़ी में राज्यपाल डॉ. सी वी आनंद बोस ने हाल ही में राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा साझा की गई तस्वीरों के साथ इस मुलाकात को राजनीतिक रूप से बेहद अहम माना जा रहा है, खासकर तब, जब राज्य सरकार और केंद्र के बीच बाढ़ राहत और राजनीतिक हिंसा को लेकर तनातनी चल रही है.
उत्तर बंगाल के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद राज्यपाल दिल्ली पहुंचे. उन्होंने दूधिया ब्रिज और आसपास के तबाह इलाकों का जायज़ा लिया, स्थानीय लोगों से बातचीत की और राहत शिविरों में पीड़ितों की परेशानियां सुनीं. राज्यपाल ने पीड़ितों को मदद और पुनर्वास का भरोसा दिलाया.
इस दौरे के दौरान राज्यपाल ने बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू और विधायक शंकर घोष से भी मुलाकात की, जो हालिया हिंसा में घायल हुए थे. इसके बाद राजभवन की ओर से हमलों की तीखी निंदा करते हुए बयान जारी किया गया. दिल्ली दौरे को लेकर सियासी गलियारों में अटकलें तेज़ हैं क्योंकि यह दौरा तय कार्यक्रम के बिना अचानक किया गया. बोस की सक्रियता और बयानों ने यह संकेत जरूर दे दिया है कि बंगाल की सियासत में आने वाले दिन और गरम हो सकते हैं.


