संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होकर 21 अगस्त तक चलेगा. मानसून सत्र के शुरू होने ठीक पहले आज यानी रविवार को सरकार ने सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया. इस बैठक का आयोजन संसद भवन एनेक्सी के मुख्य समिति कक्ष में हुआ. सर्वदलीय बैठक केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई. सर्वदलीय बैठक में केंद्र सरकार ने विपक्ष की प्रमुख मांगों को स्वीकार कर लिया है. विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर और सीमा पर चल रहे संघर्ष जैसे संवेदनशील और महत्वपूर्ण मुद्दों पर संसद में चर्चा की मांग की थी.
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि सरकार इन सभी विषयों पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है. उन्होंने सत्र से पहले बुलाई गई इस बैठक में सदन के सुचारु संचालन को सुनिश्चित करने के लिए सरकार और विपक्ष के बीच बेहतर समन्वय का भी आह्वान किया. रिजिजू ने कहा हम संसद में ऑपरेशन सिंदूर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार हैं. संसद को सुचारु रूप से चलाने के लिए सरकार और विपक्ष के बीच समन्वय होना चाहिए.
बता दें कि मानसून सत्र में विपक्षी दल विभिन्न मुद्दों जैसे- बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) में कथित अनियमितताएं, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हालिया आतंकवादी हमला, और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता का विवादास्पद दावा शामिल है.
