भारत ने जताई चिंता
नेपाल में सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ भड़के प्रदर्शनों और गोलीबारी में कई युवाओं की मौत के बाद भारत ने गहरी चिंता व्यक्त की है। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि भारत नेपाल की स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है। मंत्रालय ने मृतकों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की।
भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी
विदेश मंत्रालय ने कहा—
“घनिष्ठ मित्र और पड़ोसी होने के नाते, हम उम्मीद करते हैं कि सभी संबंधित पक्ष संयम बरतेंगे और शांतिपूर्ण बातचीत से मुद्दों का समाधान करेंगे। काठमांडू सहित कई शहरों में कर्फ्यू लागू किया गया है। नेपाल में मौजूद भारतीय नागरिक सतर्क रहें और स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करें।”
नेपाल में क्यों भड़के प्रदर्शन?
सोमवार को नेपाल सरकार द्वारा 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद बड़ी संख्या में Gen-Z युवाओं ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। हालात बिगड़ने पर प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन परिसर में घुसने की कोशिश की।
पुलिस की गोलीबारी में 20 लोगों की मौत हो गई, जबकि 300 से अधिक लोग घायल हुए। बढ़ते दबाव के बाद नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया प्रतिबंध वापस ले लिया।
राजनीतिक हलचल तेज
घटनाक्रम के बाद नेपाल के गृह मंत्री, कृषि मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है। वहीं, देशभर में विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है।