ओडिशा के पुरी में आज यानी शुक्रवार से शुरू होने वाली भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा में आस्था का सागर उमड़ पड़ा है. बता दें कि पुरी की रथ यात्रा को हर साल मनाया जाने वाला सबसे पुराना और सबसे बड़ा हिंदू रथ उत्सव माना जाता है. इसे आषाढ़ (जून-जुलाई) के महीने में मनाया जाता है. रथ यात्रा ओडिशा राज्य के पुरी शहर में आयोजित की जाती है, और यह भगवान जगन्नाथ से जुड़ी हुई है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के पवित्र अवसर पर सभी देशवासियों को मेरी ढेरों शुभकामनाएं. श्रद्धा और भक्ति का यह पावन उत्सव हर किसी के जीवन में सुख, समृद्धि, सौभाग्य और उत्तम स्वास्थ्य लेकर आए, यही कामना है. जय जगन्नाथ!
स्कंद पुराण के अनुसार, एक दिन भगवान जगन्नाथ की बहन सुभद्रा ने नगर देखने की इच्छा जताई. तब जगन्नाथ और बलभद्र ने उन्हें रथ पर बिठाकर नगर भ्रमण करवाया. इस दौरान वे अपनी मौसी गुंडिचा के घर भी गए और वहां सात दिन ठहरे. तभी से इस यात्रा की परंपरा शुरू हुई. आज भी यही यात्रा रथों के माध्यम से मंदिर से गुंडिचा मंदिर तक होती है.
