भारतीय जनता पार्टी ने संगठनात्मक स्तर पर एक अहम फैसला लेते हुए नितिन नबीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। उनकी यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है। वर्तमान में वे बिहार सरकार में मंत्री हैं और सरकार तथा संगठन—दोनों क्षेत्रों में उनके लंबे अनुभव को देखते हुए पार्टी ने उन पर भरोसा जताया है।
नितिन नबीन कायस्थ समुदाय से आते हैं और भाजपा के अनुभवी नेता नवीन किशोर सिन्हा के पुत्र हैं। वे बिहार की राजनीति में एक जाना-पहचाना नाम हैं और बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से लगातार पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं। महज 45 वर्ष की उम्र में इतनी बड़ी संगठनात्मक जिम्मेदारी मिलना उन्हें भाजपा के सबसे युवा राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्षों में शामिल करता है। इससे पहले जेपी नड्डा को भी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से पहले कार्यकारी अध्यक्ष की भूमिका दी गई थी, वहीं अमित शाह जब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे तब उनकी उम्र 50 वर्ष थी।
नितिन नबीन तीन बार बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं और सड़क निर्माण जैसे अहम विभाग की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। इसके अलावा वे छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रभारी रह चुके हैं, जिससे उन्हें अन्य राज्यों में संगठन को मजबूत करने का भी अनुभव है। युवाओं के बीच उनकी पकड़ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वे भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
पार्टी नेतृत्व का मानना है कि नितिन नबीन की प्रशासनिक समझ, संगठनात्मक कौशल और अपेक्षाकृत कम उम्र भाजपा को नई ऊर्जा देने में मदद करेगी। राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति को आने वाले समय में संगठन को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़े कदम के तौर पर देखा जा रहा है।


