दिल्ली लाल किले के पास हुए धमाके की जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने डॉ. शाहीन सईद के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी सामने लायी है। जांच में पता चला है कि शाहीन को आतंकी नेटवर्क में ‘मैडम सर्जन’ के नाम से जाना जाता था। धमाके के बाद वह खाड़ी देशों में पाकिस्तानी हैंडलर से मिलने की योजना बना रही थी, लेकिन नया पासपोर्ट समय पर नहीं बनने के कारण फंस गई।
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि डॉ. शाहीन के पास पहले से दो पासपोर्ट थे और वह बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब और दुबई जैसी जगहों की यात्रा कर चुकी है। खाड़ी देशों में वह एनजीओ के जरिए आतंकवादी फंडिंग जुटा रही थी। तीन संदिग्ध एनजीओ के बैंक खातों में अजीब लेन-देन भी सामने आए हैं।
इसके अलावा, डॉ. शाहीन ने अपने फ्लैट के लॉकर से बरामद फंड का इस्तेमाल गरीबों और जरूरतमंदों को स्थानीय समर्थन जुटाने के लिए किया, ताकि उन्हें आतंकी नेटवर्क में शामिल किया जा सके। NIA फिलहाल यह पता लगाने में जुटी है कि फंड कहां से आया और कितना व्यापक नेटवर्क इससे जुड़ा था। इस खुलासे से आतंकवादी नेटवर्क की अंतरराष्ट्रीय पहुंच और उसकी कार्यप्रणाली सामने आई है।


