यूएस-चीन इकोनोमिक एंड सिक्योरिटी रिव्यू कमीशन की हालिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन ने पाकिस्तान के जरिए भारतीय राफेल जेट को मार गिराने का झूठा अभियान चलाया। रिपोर्ट के अनुसार, चीनी दूतावास ने सोशल मीडिया पर AI-जनित तस्वीरें और वीडियो-गेम ग्राफिक्स के जरिए राफेल के मलबे का प्रचार किया, ताकि राफेल की विश्वसनीयता गिर सके और चीन अपने J-35 फाइटर जेट्स की बिक्री बढ़ा सके।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि चीन ने इंडोनेशिया को राफेल खरीदने से रोकने के लिए प्रभावित किया, जिससे क्षेत्रीय देशों की सैन्य खरीद में उसकी पकड़ मजबूत हुई। ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान पर हमला किया, जिसमें केवल तीन भारतीय फाइटर जेट शामिल थे, और सभी राफेल नहीं थे। इस दौरान चीन ने पहली बार HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम, PL-15 मिसाइल और J-10 फाइटर जेट पाकिस्तान को सप्लाई किए, लेकिन पाकिस्तान की एयर डिफेंस प्रणाली भारतीय हमलों को रोकने में नाकाम रही।
ऑपरेशन के बाद चीन ने पाकिस्तान को 40 J-35 जेट, KJ-500 विमान और मिसाइल रक्षा प्रणाली बेचने की पेशकश की, और पाकिस्तान ने अपने 2025-26 के रक्षा बजट को 20% बढ़ाकर 9 अरब डॉलर किया। अमेरिकी रिपोर्ट ने पाकिस्तान द्वारा छह राफेल गिराने के दावे को भी झूठा साबित किया और चीन-पाक सैन्य सहयोग में तेज़ी को उजागर किया।


