प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मिजोरम के पहले रेलवे स्टेशन सैरांग का भव्य उद्घाटन किया, जो बैराबी-सैरांग रेलवे परियोजना के पूरा होने का प्रतीक है. यह मिजोरम की राजधानी आइजोल से लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थित है, जहां से पीएम मोदी ने पहली यात्री ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस ऐतिहासिक पहल के साथ आइजोल अब भारतीय रेल मानचित्र पर दर्ज हो चुका है- जो हर राज्य की राजधानी को रेल नेटवर्क से जोड़ने के संकल्प की दिशा में एक बड़ी सफलता है.
51.38 किलोमीटर लंबी यह रेल लाइन पूर्वोत्तर भारत के बेहद दुर्गम और पहाड़ी क्षेत्रों से होकर गुजरती है. परियोजना में 48 सुरंगें, 142 पुल, और कई ओवरब्रिज और अंडरब्रिज शामिल हैं. सबसे खास बात यह है कि पुल संख्या 196 की ऊंचाई 104 मीटर है, जो दिल्ली के कुतुब मीनार से भी ऊंचा है. यह पुल मिजोरम का सबसे ऊंचा और भारतीय रेलवे का दूसरा सबसे ऊंचा पुल है – जो इंजीनियरिंग का एक बेमिसाल नमूना है.
करीब ₹807 करोड़ की लागत से बनी इस परियोजना ने न केवल तकनीकी चुनौतियों को पार किया, बल्कि पूर्वोत्तर की कनेक्टिविटी को भी एक नई रफ्तार दी है. अब आइजोल चौथी ऐसी राजधानी बन गई है जो राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जुड़ गई है. इससे परिवहन लागत घटेगी, पर्यटन और व्यापार को बल मिलेगा और मिजोरम के सामाजिक-आर्थिक विकास में नया उत्साह आएगा.
