दिल्ली पुलिस ने एक बड़े ऑपरेशन में बच्चे चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। दक्षिण-पूर्व जिले की विशेष स्टाफ टीम ने कार्रवाई करते हुए 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और 6 बच्चों को सुरक्षित बरामद किया है। बरामद बच्चों की उम्र एक साल से कम बताई जा रही है।
पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और देशभर में फैले नेटवर्क के जरिए बच्चों को चुराकर निसंतान दंपतियों को 2 से 15 लाख रुपये में बेचता था। गिरोह में महिला-पुरुष के साथ-साथ डॉक्टर, वकील और नर्स भी शामिल हैं, जो अवैध गोद लेने के लिए दस्तावेज तैयार करते थे।
सराय काले खां से खुला मामला
यह केस उस वक्त सामने आया जब उत्तर प्रदेश के बांदा निवासी सुरेश का 6 माह का बच्चा सराय काले खां बस अड्डे से गायब हो गया। परिजनों ने सनलाइट कॉलोनी थाने में FIR दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने 16 सदस्यीय टीम गठित की। महज 48 घंटे के भीतर पुलिस ने बच्चे को ढूंढ निकाला और पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ कर दिया।
कई राज्यों तक फैला नेटवर्क
जांच में सामने आया है कि यह गिरोह दिल्ली के अलावा मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और दक्षिण भारत तक फैला हुआ है। अब तक की जांच में शक जताया जा रहा है कि 35 से ज्यादा बच्चों की तस्करी हो चुकी है।
पिछले साल से थी पुलिस की नजर
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरोह पर पिछले साल अक्टूबर से नजर रखी जा रही थी, जब नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से ढाई साल का बच्चा गायब हुआ था। बरामद किए गए बच्चों में 2 बच्चों को गाजियाबाद और पहाड़गंज से और 4 बच्चों को राजस्थान व गुजरात से छुड़ाया गया है।
फिलहाल, पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है और गिरोह से जुड़े बाकी लोगों की तलाश जारी है।