नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर द्वारा हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा लॉटरी को लेकर डील होने के आरोपों पर मुख्यमंत्री के मीडिया एडवाइजर नरेश चौहान ने पलटवार किया है और उन्हें सरकार के समक्ष तथ्य पेश करने की चुनौती दी है। नरेश चौहान ने कहा कि जय राम ठाकुर के पास लॉटरी की डील होने के जो भी सबूत है उन्हें मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि यह डील किसके साथ और कहां पर हुई है इसमें क्या कोई अधिकारी शामिल है या सत्ता पक्ष का कोई व्यक्ति है उन्हें यह बताना चाहिए वह जिम्मेदार पद पर बैठे हैं तो उन्हें जिम्मेदारी के साथ ही अपनी बात करनी चाहिए ।यह केवल शगूफा छोड़ने के लिए इस तरह के आरोप लगाना ठीक नहीं है। उनके पास तथ्य हैं तो उन्हें सरकार के समक्ष लाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि लॉटरी को शुरू करने का कैबिनेट ने फैसला लिया है ओर ऑनलाइन ये शुरू की जाएगी। भाजपा के नेता लगातार इसको लेकर बयान बाजी कर रहे हैं लेकिन लॉटरी शुरू करने की अनुमति केंद्र सरकार देती है और भाजपा शासन कई राज्यों में लॉटरी काफी समय से चल रही है और यहां के लोग भी वहां लॉटरी खेलते हैं। भाजपा के नेता इसको लेकर बड़े बयान दे रहे हैं लेकिन उन्हें यह बताना चाहिए कि उन्हें न डोनेशन कौन देता देता है। जिन राज्यों में यह लॉटरी चल रही है वहां से सबसे ज्यादा डोनेशन भाजपा को जाती है तो भाजपा को इसको लेकर बयान देने से पहले लोगों को यह बताना चाहिए कि भाजपा शासित राज्यों में आखिर क्यों लॉटरी को चलाया जा रहा है।
वही नरेश। चौहान ने कहा कि दिल्ली में आज राहुल गांधी हिमाचल सरकार और संगठन को लेकर बैठक ले रहे हैं और ढाई साल की सरकार के कार्यकाल का फीडबैक लेंगे और संगठन के गठन को लेकर भी चर्चा की जाएगी। उम्मीद है कि जल्द ही हिमाचल प्रदेश में नए अध्यक्ष के साथ कार्यकारिणी का संगठन किया जाएगा उन्होंने कहा कि प्रदेश में आपदा के चलते कांग्रेस कार्यकरणी का गठन में देरी हुई है लेकिन अब जल्दी प्रदेश कार्यकारिणी का गठन होने की उम्मीद है।
