नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने राज्य सरकार पर आपदा प्रबंधन को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि जब आपदा प्रभावितों को राहत पहुंचाने की जरूरत होती है, तब सरकार उनके जख्मों पर मरहम लगाने के बजाय नमक छिड़कने का काम कर रही है। जयराम ठाकुर ने कहा कि पीड़ितों को तत्काल राहत देने की जरूरत है, लेकिन दुःख की बात है कि सरकार न तो उन्हें राहत दे पा रही है और न ही संवेदनशीलता दिखा रही है। इसके उलट, सरकार द्वारा आपदा प्रभावितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जा रही है, जो न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि इतिहास में पहली बार ऐसा देखा गया है कि आपदा प्रबंधन मंत्री राहत लेकर नहीं, बल्कि एफआईआर दर्ज करवा कर लौटता है।
उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह आपदा प्रभावित क्षेत्रों से न केवल संवेदनशील संस्थानों को छीन रही है, बल्कि उन लोगों के मनोबल को भी तोड़ने की कोशिश कर रही है, जो तन, मन और धन से राहत और पुनर्वास कार्यों में जुटे हुए हैं। जयराम ठाकुर ने कहा, “जो लोग खुद कुछ नहीं करते, वही दूसरों की नीयत पर सवाल खड़े करते हैं। हालांकि जनता ऐसे लोगों को गंभीरता से नहीं लेती।” उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह राजनीति छोड़कर मानवीय संवेदनाओं के साथ आपदा पीड़ितों की मदद करे, क्योंकि वर्तमान में उन्हें राजनीति नहीं, राहत की जरूरत है।
