इटावा में कथावाचक से बदसलूकी के मामले में दोनों कथावाचकों पर केस दर्ज

उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचक से बदसलूकी के मामले में अब नया मोड़ आ गया है. कथावाचक मुकट मणि और संत सिंह यादव ने इटावा के दादरपुर गांव के लोगों पर मारपीट अमानवीय कृत्य का आरोप लगाया था. अब इस मामले में दोनों कथावाचकों पर इटावा पुलिस ने केस दर्ज किया है. इन पर धोखाधड़ी औऱ जालसाजी करने का आरोप लगाया गया है.

बता दें कि दादरपुर निवासी जयप्रकाश तिवारी की शिकायत पर मुकट मणि और संत सिंह यादव पर इटावा के बकेवर थाना में केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 299,318(4),319(2),336(3), 338 व 340(2) में एफआईआर दर्ज की है. शिकायतकर्ता ने दोनों कथा वाचकों पर धोखाधड़ी और जालसाजी करने के आरोप लगाए गए हैं. वहीं, मुकुट मणि पर एक ही फोटो और एक ही पते पर दो आधार कार्ड बनवाने का आरोप है. एक में उसका नाम मुकुट मणि अग्निहोत्री दर्ज है. इसी नाम से ब्राह्मण बता कर मुकुट मणि कथा करने गए थे.इसके बाद ही उनके साथ मारपीट की घटना हुई थी.

इटावा के दादरपुर गांव में 22 जून को ब्राह्मणों ने एक कथावाचक और उनके साथियों से मारपीट की थी. कानपुर के रहने वाले मुकुट मणि सिंह के मुताबिक, ब्राह्मणों ने पहले उनकी जाति पूछी. जब उन्होंने बताया कि वे यादव बिरादरी से हैं, तो उन पर दलित होने का आरोप लगाते हुए उन्हें धमकाया गया. उन्होंने बताया है कि उन्हें कहा गया कि ब्राह्मणों के गांव में भागवत पाठ करने की हिम्मत कैसे की. इसके बाद उनकी चोटी काट दी गई और सिर मुंडवा दिया गया. एक महिला के पैर पर नाक रगड़वाई गई. उनके साथियों के साथ भी मारपीट की गई.

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