इजरायल के लिए मंगलवार की सुबह एक और डरावनी सुबह बन गई। ईरान की ओर से दागी गई मिसाइलों ने देशभर में हड़कंप मचा दिया। यरुशलम और तेल अवीव में सायरन गूंजे, आसमान धमाकों से थर्राया और लोग जान बचाने को दौड़ पड़े। सबसे बड़ा हमला बीरशेबा के सोरोका अस्पताल पर हुआ . एक ऐसा स्थान जहां जंग नहीं, ज़िंदगी बचाई जाती है। लेकिन इस बार, वही अस्पताल खुद ज़ख्मी हो गया। ईरानी मिसाइल सीधे इमारत से टकराई। अस्पताल के एक हिस्से में भारी नुकसान हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हमले में कम से कम 50 से 80 लोग घायल हुए हैं, जिनमें डॉक्टर और मरीज़ दोनों शामिल हैं।
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष विराम को लेकर बातचीत की उम्मीद बंध रही थी। बीते दिन ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने साफ कहा था – “अगर इजरायल हवाई हमले रोके, तो ईरान भी पीछे हट सकता है।” लेकिन सुबह की मिसाइलों ने हर उम्मीद को राख कर दिया। इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि देशभर में अलर्ट जारी कर दिया गया है। यरुशलम, तेल अवीव, रमत गन, होलोन जैसे इलाकों में लोगों को बंकरों में जाने की सलाह दी गई है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, “यह हमला नागरिकों के खिलाफ खुला युद्ध है। इसका करारा जवाब दिया जाएगा।” वहीं, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने अस्पताल को निशाना बनाए जाने की कड़ी निंदा की है।