बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी माहौल लगातार गर्म होता जा रहा है। शुक्रवार को पटना में कांग्रेस और एनएसयूआई द्वारा निकाली गई ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा के समापन के दौरान जमकर बवाल हुआ। पदयात्रा के आखिरी दिन कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब और प्रदेश अध्यक्ष शिव प्रकाश गरीब दास सहित कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
बताया गया कि पदयात्रा के समापन पर कांग्रेस कार्यकर्ता मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने के लिए सीएम आवास की ओर बढ़ रहे थे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इस झड़प में कई प्रदर्शनकारियों के घायल होने की खबर है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि राज्य में बेरोजगारी और पलायन की समस्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन सरकार इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। यात्रा राज्य के कई जिलों से होकर पटना पहुंची थी, जहां सीएम आवास का घेराव किया जाना था।
इस घटना के बाद कांग्रेस ने सरकार पर लोकतांत्रिक आवाजों को दबाने का आरोप लगाया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि जनता के सवाल उठाना उनका संवैधानिक अधिकार है, लेकिन सरकार विपक्ष की आवाज को पुलिस के बल पर दबा रही है। आगामी चुनाव को देखते हुए इस घटना को राज्य की राजनीति में एक अहम मोड़ माना जा रहा है। विपक्ष के तेवर और तेज हो सकते हैं।