ट्रंप प्रशासन का सख्त रुख: फिलिस्तीन समर्थकों को अमेरिका में वीजा और ग्रीन कार्ड नहीं

डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने फिलिस्तीन समर्थकों को लेकर सख्त रुख अपनाया है। अब जो भी व्यक्ति सोशल मीडिया पर फिलिस्तीन, हमास, हिजबुल्लाह या यहूदी विरोधी संगठनों का समर्थन करता पाया जाएगा, उसे अमेरिका का वीजा या ग्रीन कार्ड नहीं मिलेगा। अमेरिका की नागरिकता और आव्रजन सेवाएं (USCIS) अब वीजा और ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन करने वालों की सोशल मीडिया गतिविधियों की स्क्रीनिंग कर रही है। इंस्टाग्राम, फेसबुक, एक्स (पहले ट्विटर) और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर व्यक्ति के पोस्ट और लाइक्स तक देखे जा रहे हैं।

USCIS ने साफ कहा है कि जो कोई भी अमेरिका में यहूदी विरोधी आतंकवाद या हिंसा का समर्थन करता है, उसके लिए अमेरिका में कोई जगह नहीं है। अगर किसी की सोशल मीडिया गतिविधियों से यह पता चलता है कि वह आतंकवादी समूहों का समर्थन कर रहा है, तो उसका वीजा रद्द किया जा सकता है या ग्रीन कार्ड देने से मना किया जा सकता है।

पिछले साल “ऑल आईज ऑन राफा” और “ऑल आईज ऑन गाजा” जैसे सोशल मीडिया कैंपेन दुनियाभर में वायरल हुए थे। इनमें भारत के कई सेलिब्रिटी भी शामिल हुए थे जैसे आलिया भट्ट, प्रियंका चोपड़ा, करीना कपूर, वरुण धवन, रश्मिका मंदाना, सामंथा रुथ प्रभु, सोनाक्षी सिन्हा, दीया मिर्जा और ऋचा चड्ढा। इन सितारों ने सोशल मीडिया पर फिलिस्तीन के समर्थन में पोस्ट किए थे।

अब ऐसे पोस्ट करने वालों पर भी ट्रंप प्रशासन की नजर है और माना जा रहा है कि भविष्य में इनके अमेरिका जाने या वीजा मिलने में दिक्कत हो सकती है। ट्रंप की यह नीति दुनियाभर में चर्चा का विषय बन गई है।

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