सीरिया में हिंसा ने भयावह रूप ले लिया है. मौत का आंकड़ा बढ़ गया है. अब तक एक हजार से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं. सड़कों पर लाशें बिछी दिखी. निर्वासित राष्ट्रपति बशर अल असद के समर्थकों और मौजूदा सरकार के लोगों के बीच संघर्ष चल रहा है.
सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा की सरकार के HTS सुरक्षाबलों ने अलावी अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर भारी हिंसा की है. अलाविया पूर्व राष्ट्रपति बशर अल असद के समर्थक माने जाते हैं. इस समुदाय की सबसे ज्यादा हिंसा की शिकार महिलाएं हुईं हैं. महिलाओं को नग्न कर सड़कों पर घुमाने और उन्हें सिर में गोली मारने का भी दावा किया गया है.
मानवाधिकार संगठन ने यह भी बताया कि तटीय शहर लताकिया के आसपास के बड़े इलाकों में बिजली नहीं आ रही है और लोगों को पीने के पानी की भी किल्लत है. इसके साथ ही कई बेकरी भी बंद हो गई हैं. सीरिया में तीन महीने पहले असद सरकार को सत्ता से हटना पड़ा था और वह विदेश भाग गए थे. विद्रोहियों के कब्जा करने के तीन महीने बाद बुधवार को यह झड़प हुई है, जो सरकार के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रहा है.
