महिलाओं को हत्या की छूट देने की मांग पर विवाद

एनसीपी (शरद पवार) की महिला विंग ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर मांग की है कि महिलाओं को एक हत्या करने की छूट दी जाए। विंग की अध्यक्ष रोहिणी खडसे ने कहा कि यह मांग महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों और राज्य में कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से की गई है।

महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर चिंता

पत्र में कहा गया कि भारत महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित देशों में से एक बन गया है, जहां अपहरण, घरेलू हिंसा और दुष्कर्म जैसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल ही में मुंबई में 12 साल की बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म की घटना के बाद इस मांग को उठाया गया है।

राजनीतिक बयानबाजी शुरू

शिवसेना के मंत्री गुलाबराव पाटिल ने इस मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रोहिणी खडसे को बताना चाहिए कि वह किसकी हत्या करना चाहती हैं। वहीं, शिवसेना की ही MLC मनीषा कायंडे ने कहा कि शायद खडसे कुछ लोगों की मानसिकता को खत्म करने की बात कर रही हैं और यह भावना हाल की घटनाओं से उपजी होगी।

मंत्री रक्षा खडसे की बेटी से छेड़छाड़ का मामला

इस बीच, 2 मार्च को जलगांव के मुक्ताई नगर इलाके में आयोजित मेले के दौरान केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे की बेटी और उसकी सहेलियों के साथ छेड़छाड़ की घटना सामने आई थी। रक्षा खडसे, एनसीपी नेता एकनाथ खडसे की बहू हैं।

रक्षा खडसे ने खुद इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा कि जब इतनी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यह घटना हो सकती है, तो आम लड़कियों की सुरक्षा का क्या होगा? उन्होंने इस मामले में मुख्यमंत्री से दो बार बातचीत भी की थी और सख्त कार्रवाई की मांग की थी।

निष्कर्ष

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