स्टेट कैडर के विरोध में पटवारी एवं कानूनगो की सामूहिक हड़ताल लगातार जारी है. सरकार के अडिय़ल रवैया का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। हालांकि पिछले दो दिन हुई भारी बारिश के दौरान आपदा संबंधी कार्यों में पटवारी एवं कानूनगो की अग्रणी भूमिका रही।
सेवानिवृत्त पटवारी एवं कानूनगो वर्ग ने भी दोबारा सेवाएं देने से इन्कार कर दिया है। ऐसे में आम जनता सरकार के अडिय़ल रवैया के कारण परेशानी झेल रही है। गौरतलब है कि पटवारी एवं कानूनगो महासंघ के आह्वान पर जिला भर में पटवारियों एवं कानूनगो ने 25 व 27 फरवरी को सामूहिक अवकाश के बाद 28 फरवरी से पेन डाउन स्ट्राइक शुरू कर दी है।
प्रदेश भर में पटवारियों की इस हड़ताल का शनिवार को दूसरे दिन भी पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा समर्थन जारी रहा। हड़ताल पर बैठे पटवारी एवं कानूनगो महासंघ के पदाधिकारियों का कहना है कि जब उनकी नियुक्तियां जिला स्तर पर हुई हैं तो जबरदस्ती स्टेट कैडर क्यों थोपा जा रहा है। सुविधाओं के नाम पर पटवार घरों की दयनीय हालत का तो सुधार करने में सरकार नाकाम रही है और आनन-फानन में फैसले लेने पर उतारू है। पटवारी एवं कानूनगो महासंघ का कहना है कि सरकार आनन फानन में फैसले ले रही है जो प्रदेश हित में नहीं है। सरकार के इस फैसले से पटवारियों एवं कानूनगो की सीनियोरिटी पर भी विपरीत असर पड़ेगा।
