बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया है। यह कदम अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास द्वारा उठाया गया, जिन्होंने ममता कुलकर्णी और अखाड़े के महामंडलेश्वर आचार्य लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी के खिलाफ कार्रवाई की है । अजय दास ने बयान जारी कर बताया कि ममता कुलकर्णी को अखाड़े से इसलिए निष्कासित किया गया क्योंकि आचार्य लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने बिना उनकी जानकारी के ममता को अखाड़े में शामिल किया और उन्हें महामंडलेश्वर का पद दे दिया।

आचार्य लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी का जवाब
इस विवाद पर आचार्य त्रिपाठी ने कहा कि अजय दास अब किसी पद पर नहीं हैं और उन्हें पहले ही अखाड़े से निकाला जा चुका है, ऐसे में उनके द्वारा उठाए गए कदम को कोई वैधता नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि अजय दास को इस मामले में हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है।
ममता कुलकर्णी का आध्यात्मिक मार्ग
ममता कुलकर्णी, जिन्होंने महाकुंभ में पिंडदान किया और संन्यास की दीक्षा ली, किन्नर अखाड़े से महामंडलेश्वर की उपाधि प्राप्त की थी। उन्हें श्री यामाई ममता नंदगिरि नाम से नवाजा गया था। इसके बाद, ममता ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने संन्यास के बाद संगम, काशी और अयोध्या की यात्रा करने का इरादा व्यक्त किया था।
