वक्फ संशोधन बिल पर बनी जेपीसी बैठक आज खत्म हो गई । संसदीय समिति ने सोमवार को सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए सदस्यों द्वारा प्रस्तावित सभी 14 संशोधनों को स्वीकार कर लिया। जेपीसी की बैठक के बाद समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा कि 44 संशोधनों पर चर्चा हुई. 6 महीने के दौरान विस्तृत चर्चा के बाद, हमने सभी सदस्यों से संशोधन मांगे. यह हमारी अंतिम बैठक थी इसलिए समिति द्वारा बहुमत के आधार पर 14 संशोधनों को स्वीकार किया गया है. विपक्ष ने भी संशोधन सुझाए थे. हमने उनमें से प्रत्येक संशोधन को आगे बढ़ाया और इस पर वोटिंग हुई. मगर उनके के समर्थन में 10 वोट पड़े और इसके विरोध में 16 वोट पड़े. इसके बाद विपक्षी दलों को संशोधन को अस्वीकार कर दिया गया.
विपक्ष के सभी 44 संशोधन निरस्त
वक्फ संशोधन बिल जो 2024 में पेश हुआ था. वो संशोधन 1995 के बिल में हुए थे. 2024 में सरकार की तरफ से 1995 के बिल में 44 संशोधन लाया गया था. उसके बाद 2024 के बिल को जेपीसी को भेजा गया. उन 44 संशोधन पर चर्चा हुई. विपक्ष की तरफ से 44 संशोधन लाया गया था. लेकिन उनके हर संशोधन पर पक्ष में 10 वोट पड़े जबकि विरोध में 16 वोट पड़े इसलिए विपक्ष के सभी 44 संशोधन निरस्त हो गया. सत्ता पक्ष की तरफ से 14 संशोधन दिया गया था. वो सभी 14 संशोधन पारित हो गए.
