नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब एंड सिंध बैंक ने डिजिटल ऋण प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम) क्षेत्र के लिए एक नई तत्काल ऋण योजना शुरू करने की घोषणा की है। इस योजना के तहत, एमएसएमई को जीएसटी रिटर्न और खाता विवरण के आधार पर 25 लाख रुपये तक का ऋण मिलेगा।
बैंक के कार्यकारी निदेशक रवि मेहरा ने बताया कि यह योजना पूरी तरह से स्वचालित प्रक्रिया (एसटीपी) पर आधारित होगी, जिसमें ऋण आवेदन से लेकर मंजूरी तक मानवीय हस्तक्षेप नहीं होगा। उन्होंने कहा, “यह प्रक्रिया बैंकिंग में गति, दक्षता और बेहतर ग्राहक अनुभव सुनिश्चित करेगी।”
डिजिटल पहल की विस्तार योजनाएं
बैंक पहले ही डिजिटल आवास ऋण “पीएसबी ई-अपना घर” और वाहन ऋण “पीएसबी ई-अपना वाहन” जैसे उत्पाद पेश कर चुका है। इनकी सफलता के बाद अब एमएसएमई के लिए डिजिटल ऋण उत्पाद को तैयार किया गया है। मेहरा ने बताया कि इस महीने के अंत तक यह योजना लॉन्च होने की उम्मीद है।
किसान क्रेडिट कार्ड और मुद्रा योजना
बैंक अगले महीने डिजिटल मंच के माध्यम से किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के नवीनीकरण और मंजूरी की प्रक्रिया शुरू करने की योजना भी बना रहा है। केसीसी के तहत, किसान बिना किसी गारंटी के 2 लाख रुपये तक का ऋण प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, बैंक प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के तहत डिजिटल मंच के माध्यम से 50,000 रुपये तक का गारंटी-मुक्त ऋण प्रदान करने की दिशा में भी काम कर रहा है।
ऋण प्रक्रिया में पारदर्शिता और सुविधा
बैंक का मानना है कि डिजिटल उत्पादों के माध्यम से ऋण मंजूरी की प्रक्रिया छुट्टियों के दौरान भी जारी रह सकती है। साथ ही, स्वचालित प्रक्रिया के चलते चूक (डिफॉल्ट) का जोखिम कम होगा। यह पहल बैंक के डिजिटल परिवर्तन एजेंडे का हिस्सा है, जिससे न केवल ग्राहक सुविधा में वृद्धि होगी, बल्कि बैंक की दक्षता भी बढ़ेगी।