मणिपुर में बढ़ती हिंसा के बीच शुरू होगा ऑपरेशन आलआउट

न्यूज़ फ्लिक्स भारत। जिरिबाम जिले में एक मैतेई प्रदर्शनकारी की पुलिस की गोली से मौत के बाद हिंसा और बढ़ गई. इसे देखते हुए राज्य के स्कूलों में दो दिन की छुट्टी घोषित कर दी गई है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा हालात की समीक्षा करते हुए मणिपुर में CAPF की 50 कंपनियां भेजने का निर्णय लिया. इन जवानों के साथ ऑपरेशन आलआउट शुरू किया जाएगा, जिसमें हिंसक वारदातों में शामिल लोगों को उनके ठिकानों से गिरफ्तार किया जाएगा. सेना, पुलिस और केंद्रीय बलों के एक लाख जवान मणिपुर में तैनात होंगे. ऑपरेशन के तहत खुफिया जानकारी जुटाकर छापेमारी की जाएगी और उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अब तक इस हिंसा में बीस से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.

जानकारी के अनुसार, राज्य के लिए ‘ऑल आउट’एक्शन प्लान तैयार किया गया है. इस प्लान के तहत  विद्रोहियों और हिंसक वारदातों में शामिल लोगों को उनके ठिकानों से बाहर निकाला जाएगा. बताया गया है कि इस मामले में केंद्रीय खुफिया एजेंसी की मदद भी ली गई है. सेना, असम राइफल और सीएपीएफ के जवान, बॉर्डर के पास वाले क्षेत्रों में छापामारी करेंगे. बाकी सुरक्षा बल, अंदर के क्षेत्रों में उपद्रवियों से निपटेंगे.

बता दें, मणिपुर में कुछ महिनों पहले घुसपैठियों को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने एक बड़ा निर्णय लिया था. भारत-म्यांमार के बीच 1610 किमी लंबे बॉर्डर को सील करने के मकसद से हैवी फेंसिंग लगाने का काम शुरु किया गया है. इससे घुसपैठ रोकने में मदद मिलेगी.