HPU ने भर्ती के नाम पर बेरोजगार युवाओं से इकट्ठा किए ₹ 4 करोड़,3 साल से नहीं हुई परीक्षा

न्यूज़ फ्लिक्स भारत,हिमाचल। हिमाचल प्रदेश यूनिर्वसिटी 2020-21 में एडवरटाइज किए गए पदों के लिए अभी तक परीक्षा आयोजित नहीं कर पाया है. अभ्यर्थियों ने HPU पर नॉन टीचिंग स्टाफ पदों को भरने के नाम पर पैसा इक्कठा करने के आरोप लगाए है. अभ्यर्थियों का आरोप है कि HPU ने 2020 और 2021 में नॉन टीचिंग स्टाप के करीब 300 पदों को भरने की दो बार एडवरटाइजमेंट की और इसके लिए प्रदेश के करीब 52915 युवाओं ने आवेदन किया जिसकी एवज में फीस के माध्यम से HPU ने लगभग 5 करोड़ रुपए इकट्ठा किए है. लेकिन भर्ती प्रकिया शुरू नहीं की और बीते तीन सालों से इस पर कुंडली मार कर बैठा है. बता दें कि इस बात का खुलासा एक RTI में हुआ है.

HPU द्वारा प्रकाशित नॉन टीचिंग स्टाप पदों के लिए आवेदन करने वाले रूपांश राणा नाम के अभ्यर्थी ने इसके विषय मे RTI लगाई. जिसमें उन्होंने प्रशासन से पूछा HPU द्वारा प्रकाशित नॉन टीचिंग पदों के लिए कितने युवाओं ने आवेदन किया और HPU को इससे कितनी आय हुई है, जिसके जवाब में यह खुलासा हुआ है कि इन पदों के लिए 52,915 आवेदन आए है और इसकी फीस के माध्यम से 4,09,92,600 रुपये इकट्ठे हुए है.

HPU ने 2020-21 में नॉन टीचिंग स्टाफ के विभिन्न पदों के लिए आवेदन मांगे थे जिसमें बी, सी और डी ग्रेड के लाइब्रेरियन, अस्सिटेंट लाइब्रेरियन, मेडिकल ऑफिसर, क्लर्क, JOA IT, माली बेलदार सहित 29 प्रकार के करीब 300 पद शामिल हैं. जिनमे बी ग्रेड के पदों के लिए अनारक्षित वर्ग के लिए 2000 और आरक्षित वर्ग के लिए 1000 रुपये जबकि सी और डी ग्रेड के लिए अनारक्षित वर्ग के युवाओं के लिए 1200 और आरक्षित वर्ग के लिए 600 रुपये फीस ली गई, जिसके माध्यम से यह यह पैसा इकट्ठा हुआ है.

RTI लगाने वाले अभ्यर्थी रूपांश राणा ने कहा कि पदों के लिए आवेदन किए 3 साल होने को हैं लेकिन अभी तक परीक्षा नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि HPU को बताना चाहिए कि बेरोजगार युवाओं से इकट्ठा किया पैसा HPU ने कहां खर्च किया है या इससे ब्याज इकट्ठा किया जा रहा है. रूपांश राणा ने बताया कि वह HPU से ही पढ़ाई कर रहे हैं और उन्हें जानकारी मिली है कि प्रशासन इन पदों पर फिर दोबारा एडवरटाइजमेंट निकालने की तैयारी कर रहा है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि HPU यदि ऐसा कर रहा है तो यह प्रदेश के युवाओं के साथ धोखा है. उधर, HPU रजिस्टार वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि इन पदों की प्रक्रिया चली हुई है. उन्होंने कहा कि पदों को दोबारा एडवटाइजमेंट करने के बारे में कोई विचार नहीं है.